Significance and method of worship of Ahoi Ashtami
अहोई अष्टमी व्रत कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मनाई जाती है
इस दिन माता पार्वती की पूजा-अर्चना अहोई माता के रूप में की जाती है
अहोई का मतलब अनहोनी से रक्षा का व्रत
यह व्रत महिलाएं अपनी संतान की दीर्घायु, प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए रखती हैं
अहोई अष्टमी की पूजा का विधान सांयकाल प्रदोष वेला में करना श्रेष्ठ रहता है
अहोई की पूजा-अर्चना और व्रत करने से संतान को विशेष लाभ मिलता है
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